हमसे नफरत होने लगी है।
..................................
जीने कि हसरत मरने लगी है
..................................
जीने कि हसरत मरने लगी है
अपनो से दुरी बढ़ने लगी है
चलो शायद वो सहे सके
मेरी जुदाई को ,इसीलिए
सबको ही हमसे नफरत होने लगी है।
नीता कोटेचा
नीता कोटेचा