ये मेरी ख़ुद की लिखी हुई शायरी है ..मेरे दिल की बात
आज अचानक ख्वाब ,मे आये हुवे थे तुम .नजरो क सामने ही ,बैठे हुवे थे तुम .क्या हुवा जो अचानक ,छु लिया तुम्हें ।आख खुल गई हमारी ,क्यों नाराज हुवे थे तुम।
नीता कोटेचा
आख खुल गई हमारी good line
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1 comment:
आख खुल गई हमारी
good line
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