"ए नीता"
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भूल नही शकते तुम्हें
याद करके परेशां है
जी नही शकते तुम्हारे बिना
मौत के बग़ैर परेशां है
हुवे नही तुम अपने तो
क्या हुवा ?
दूर हो गए तुम्हारी जिन्दगी से
एक दिन तुम ही कहोगे कि
आ जाओ वापस
"ए नीता"
याद करके परेशां है
जी नही शकते तुम्हारे बिना
मौत के बग़ैर परेशां है
हुवे नही तुम अपने तो
क्या हुवा ?
दूर हो गए तुम्हारी जिन्दगी से
एक दिन तुम ही कहोगे कि
आ जाओ वापस
"ए नीता"
तुम्हारे बिना हम परेशां है ।
नीता कोटेचा
नीता कोटेचा
3 comments:
બહોત ખૂબ
nice to enjoy. but no need to go back!!!
nilam doshi
http://paramujas.wordpress.com
तुम्हारे बिना हम परेशां है ।
jordar.....
har wife ki tamna ye....ha ha ha
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