मेरी शायरी और मेरी बाते..
ये मेरी ख़ुद की लिखी हुई शायरी है ..मेरे दिल की बात
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Thursday, September 27, 2007
रिश्ते
रिश्ते
..................
रिश्ते बनते है मुश्किल से ,
रिश्ते जुड़ते है और भी मुश्किल से ।
या बनाओ मत
या तोड़ो मत ,
क्योकि रिश्ते मिलते है मुश्किल से
।
नीता कोटेचा
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