ए खुदा, तेरी महेफिल में हम ये फरियाद करते है..
उन सब को खुश रखना जो तुम्हें याद करते है..
तेरी महेफिल में सर जुकाया हमने इसलिए
क्योकि तेरे बनाए हुवे जहा को तेरे ही लोग रोंद रहे है..
हमने कहा वो सबको खुश रखना जो तुम्हें याद करते है..
तो ए खुदा मुझे इतना बता दे की जो तुम्हें याद करते है
वो
ऐसे कैसे होते है...
की लोगो का खून भी बहेता है तो उनको कोई फरक नहीं पड़ता.
अब क्या कहू ए खुदा ऐसे लोगो के लिए..
पर हम तो तेरे सच्चे बन्दे है...
तो ये ही दुआ करते है
की
कैसा भी हो वो..
पर
उन सब को खुश रखना जो तुम्हें याद करते है..
नीता कोटेचा..
उन सब को खुश रखना जो तुम्हें याद करते है..
तेरी महेफिल में सर जुकाया हमने इसलिए
क्योकि तेरे बनाए हुवे जहा को तेरे ही लोग रोंद रहे है..
हमने कहा वो सबको खुश रखना जो तुम्हें याद करते है..
तो ए खुदा मुझे इतना बता दे की जो तुम्हें याद करते है
वो
ऐसे कैसे होते है...
की लोगो का खून भी बहेता है तो उनको कोई फरक नहीं पड़ता.
अब क्या कहू ए खुदा ऐसे लोगो के लिए..
पर हम तो तेरे सच्चे बन्दे है...
तो ये ही दुआ करते है
की
कैसा भी हो वो..
पर
उन सब को खुश रखना जो तुम्हें याद करते है..
नीता कोटेचा..
4 comments:
खुदा तुम्हारी दुआ कबूल करें.......
ખુદા તો એને યાદ કરે કે ન કરે બધાને યાદ રાખે જ છે. બસ આપણે કેટલું એમને યાદ કરીયે છીએ તેના પર નિર્ભર ચે. અને એના દરવાજેથી તો કોઈ ખાલી હાથે ફરતું જ નથી.
ખુદા તો એને યાદ કરે કે ન કરે બધાને યાદ રાખે જ છે. બસ આપણે કેટલું એમને યાદ કરીયે છીએ તેના પર નિર્ભર છે. અને એના દરવાજેથી તો કોઈ ખાલી હાથે ફરતું જ નથી.
ए खुदा, तेरी महेफिल में हम ये फरियाद करते है..
उन सब को खुश रखना जो तुम्हें याद करते है..
sachi vat che..
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