बेदर्द
ये वो ही जगह है ,जहा हम कभी मिले थे ।
ये वो ही जगह है ,जहा हम जुदा होंगे ।
ए बेदर्द क्या शिक़ायत करु ,
तुमसे मै।
तुम तब भी बहोत ,खुश थे ।
तुम आज भी बहोत ,खुश हो।
नीता कोटेचा
ये वो ही जगह है ,जहा हम कभी मिले थे ।
ये वो ही जगह है ,जहा हम जुदा होंगे ।
ए बेदर्द क्या शिक़ायत करु ,
तुमसे मै।
तुम तब भी बहोत ,खुश थे ।
तुम आज भी बहोत ,खुश हो।
नीता कोटेचा
2 comments:
Dil ki baat dil me hi rakh kar mil kar challe gaye....Kha kuch nhi ...fir bhi aah bhar gaye woh!!
shelly ji aapka id dijiye plssss
Post a Comment