Monday, October 1, 2007

आ जाओ वापस

"ए नीता"
.....................
भूल नही शकते तुम्हें

याद करके परेशां है

जी नही शकते तुम्हारे बिना

मौत के बग़ैर परेशां है

हुवे नही तुम अपने तो

क्या हुवा ?

दूर हो गए तुम्हारी जिन्दगी से

एक दिन तुम ही कहोगे कि

आ जाओ वापस

"ए नीता"

तुम्हारे बिना हम परेशां है ।

नीता कोटेचा

3 comments:

Unknown said...

બહોત ખૂબ

nilam doshi said...

nice to enjoy. but no need to go back!!!

nilam doshi

http://paramujas.wordpress.com

Unknown said...

तुम्हारे बिना हम परेशां है ।
jordar.....
har wife ki tamna ye....ha ha ha