ये मेरी ख़ुद की लिखी हुई शायरी है ..मेरे दिल की बात
जब कोमल मन से हम सबको अपना बनाते हैंतो अकेलेपन को जीते हैं.........मन से मन तक का रिश्ता हो तो साथ चलता है,बहुत दर्द है रचना में ,एक एकाकीपन
एकदम अकेले।हो तन्हा, तुम।उदास मत हो,खुशी तो बसती है दिल में,याद करो, साथ बिताये लम्हों को,खुशी देंगे यह हरदम।pragnaju
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जब कोमल मन से हम सबको अपना बनाते हैं
तो अकेलेपन को जीते हैं.........मन से मन तक का रिश्ता हो तो साथ चलता है,
बहुत दर्द है रचना में ,एक एकाकीपन
एकदम अकेले।
हो तन्हा, तुम।
उदास मत हो,
खुशी तो बसती है दिल में,
याद करो, साथ बिताये लम्हों को,
खुशी देंगे यह हरदम।
pragnaju
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