मेरी शायरी और मेरी बाते..
ये मेरी ख़ुद की लिखी हुई शायरी है ..मेरे दिल की बात
Monday, March 28, 2011
तुमने
मुस्कराना
सिखाया
था
,
चलो
अच्छा
है
रुलाना
भी
सिखा
रिया
॥
शिकायत
उसकी
भी
ना
करेंगे
की
सनम
तुमने
रुला
दिया
..
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