मेरी शायरी और मेरी बाते..
ये मेरी ख़ुद की लिखी हुई शायरी है ..मेरे दिल की बात
Wednesday, April 8, 2009
जिसे दिल हमने दिया वो खुद ही पत्थर थे ..
ना उन्हें पता था दीवानापन क्या होता है..प्यार में ..
नीता कोटेचा
1 comment:
रश्मि प्रभा...
said...
achha sher hai.....
April 9, 2009 at 11:32 PM
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1 comment:
achha sher hai.....
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