मेरी शायरी और मेरी बाते..
ये मेरी ख़ुद की लिखी हुई शायरी है ..मेरे दिल की बात
Saturday, August 25, 2012
दोस्त एक बार तो मुड़ के देख,
आज भी बह रही है आख़े तेरी याद में..
नीता कोटेचा
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