मेरी शायरी और मेरी बाते..
ये मेरी ख़ुद की लिखी हुई शायरी है ..मेरे दिल की बात
Thursday, July 19, 2012
कारण था ही नही कुछ मेरे जीने का दोस्तों,
फिर क्यों इतना दुःख जता रहे हों मेरी मौत पे दोस्तों..
नीता कोटेचा
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