Thursday, July 19, 2012


पूरी जिंदगी कटी अकेले, जिनके इंतजार में दोस्तों
देखो आज वो ही आये है गुलदस्ते ले कर बीदा करने दोस्तों..

नीता कोटेचा


कारण था ही नही कुछ मेरे जीने का दोस्तों,
फिर क्यों इतना दुःख जता रहे हों मेरी मौत पे दोस्तों..

नीता कोटेचा


वो शोहरत , वो इज्जत तब मिली थी जब हम कुछ कर लिया करते थे,
अब आज वापस मिली जब हमने जगह कर दी दुनिया में दोस्तों ..
नीता कोटेचा