क्या करोगे ऐसी खूबसूरती का जिन्हें चाहने वाले हम ना होंगे,
क्या करोगे ऐसी जिंदगी का जहा साथ देने वाले हम ना होंगे..
मुड़ के लौट आओ वापस हमारे पास,
मुस्कराओगे कैसे गर हसाने वाले हम ना होंगे..
नीता कोटेचा..
क्या करोगे ऐसी जिंदगी का जहा साथ देने वाले हम ना होंगे..
मुड़ के लौट आओ वापस हमारे पास,
मुस्कराओगे कैसे गर हसाने वाले हम ना होंगे..
नीता कोटेचा..
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