ये नेट की दुनिया बड़ी अजीब होती है..
पहले लोग कहते थे की जब किसी से अगले जन्म का लें ना देना हो बाकी तो ही एक दुसरे को मिलते है..
यहाँ हजारों लोग अपने बन चुके है
किस किससे अगले जन्म का नाता हम ढूंढे ये कोई बताए.
जब तुम मिले थे, लगता था की जैसे मेरी दुनिया प्यार से भरपूर हो गई..
बिना देखे तुम्हें, बिना जाने पहचाने मैंने तुमसे प्यार किया..
बेइंतिहा प्यार किया..
पर अब तुम मेरे जीवन में नहीं हो..
बस उब चुके मुझसे
अब कोई नए साथी की तलाश में तुम निकल पड़े ..
या नए साथी के मिलने पर ही मुझसे नाता तोड़ दिया..
ये तो लेना था ही नहीं
बस सिर्फ देना ही था..
मेरी भावनाओं का देना
मेरा दिल का देना
मेरा अश्रु ओ का देना
मेरे वक्त का देना..
और मेरी मुहब्बत का देना..
चलो शायद मैंने भी ऐसा ही कुछ किया होगा गए जन्म में तुम्हारे साथ..
पर एक बात पूछ लू..अब तो हिसाब चुकता हो गया ना..
क्या अगले जन्म में मेरे दोस्त बनोगे तुम ?
नीता कोटेचा