मेरी शायरी और मेरी बाते..
ये मेरी ख़ुद की लिखी हुई शायरी है ..मेरे दिल की बात
Monday, December 5, 2011
इतनी मोहब्बत क्यों हम तुम से कर बैठे
की
इतनी बेरुखी पे भी हम दूर
नहीं
हों
पा
रहे तुमसे..
नीता कोटेचा.
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